तस्वीरों में द्वारका एक्सप्रेसवे: देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे, 25 मिनट में दिल्ली से गुरुग्राम का सफर


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को हरियाणा दौरे पर रहे। अपनी इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री ने द्वारका एक्सप्रेसवे के हरियाणा खंड का उद्घाटन किया। एक्सप्रेसवे को हरियाणा वाले हिस्से में नार्दर्न पेरीफेरल रोड कहते हैं। इसे भारत में पहले एलिवेटेड शहरी एक्सप्रेसवे के रूप में विकसित किया गया है। लोग अब दिल्ली से गुरुग्राम का सफर मात्र 25 मिनट में पूरा कर सकेंगे।
उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री ने गुरुग्राम में रोड शो भी किया। इस कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मौजूद रहे।
आइये ग्राफिक्स के जरिए जानते हैं जिस द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन हुआ वो क्या है? इसकी लागत कितनी है? एक्सप्रेसवे कितने समय में बनकर तैयार हुआ है? इसकी खासियत क्या है? लोगों को क्या फायदा मिलेगा?
द्वारका एक्सप्रेसवे की शुरूआत एनएच-8 (दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे) पर शिव-मूर्ति से होती है। एक्सप्रेसवे द्वारका सेक्टर 21, गुरुग्राम सीमा और बसई से गुजरता हुआ खिड़की दौला टोल प्लाजा के पास समाप्त होता है।
दिल्ली से हरियाणा के गुरुग्राम को जोड़ने वाला एक्सप्रेसवे 9,000 करोड़ रुपये की लागत से विकसित किया जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे में सड़क की दोनों तरफ न्यूनतम तीन लेन सर्विस रोड हैं, जो 16 लेन एक्सेस कंट्रोल्ड राजमार्ग से जुड़ी हैं।
द्वारका एक्सप्रेसवे 29 किलोमीटर लंबा है। इसमें से 19 किलोमीटर का हिस्सा हरियाणा में और शेष 10 किलोमीटर लंबा हिस्सा दिल्ली में। एक्सप्रेसवे पर चार बहुस्तरीय इंटरचेंज हैं। प्रमुख जंक्शनों पर सुरंग/अंडरपास, एट-ग्रेड रोड, एलीवेटेड फ्लाईओवर और फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर बने हैं। इनमें भारत की सबसे लंबी (3.6 किलोमीटर) और सबसे चौड़ी (8 लेन) शहरी सड़क सुरंग का निर्माण शामिल है।
एक्सप्रेसवे के आसपास भारी मात्रा में वृक्षारोपण किया गया है। पूरे क्षेत्र 12,000 पेड़ लगाये गए हैं। सड़क यातायात और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी के अनुसार, परियोजना इंजीनियरिंग का शानदार नमूना है। निर्माण में 34 मीटर चौड़ी आठ लेन की एकल पाए वाली सड़क शामिल है।