BSP: क्या बिहार चुनाव में एक्स फैक्टर बनेंगी मायावती, दलितों का वोट काटने में सफल हुईं तो बदल जाएंगे समीकरण


बिहार की चुनावी लड़ाई शुरुआत में त्रिकोणीय दिखाई दे रही थी। एनडीए और महागठबंधन के बीच जनसुराज पार्टी ने खूब लोगों का ध्यान खींचा था। लेकिन जैसे-जैसे चुनाव आगे बढ़ा, ऐसा लगने लगा कि पूरी चुनावी लड़ाई एनडीए और महागठबंधन के बीच आमने-सामने की लड़ाई में तब्दील हो चुकी है। जनसुराज पार्टी कुछ सीटों पर असर छोड़ने तक सीमित रह सकती है। ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम ने भी मीडिया से लेकर आम लोगों के बीच चर्चा पाने में सफलता पाई है।
