दबथुवा में सड़क हादसे में दो युवकों की मौत, दो गंभीर घायल

सरधना। मेरठ-करनाल हाईवे पर दबथुवा गांव के पास सोमवार देर रात अज्ञात वाहन की टक्कर से सरधना निवासी सोनू (24) और सनी (30) की मौत हो गई। हादसे में उनके दो साथी रोहित और पवन घायल गंभीर घायल हो गए। चारों युवक डाबका स्थित दोना-पत्तल बनाने वाली फैक्टरी में काम करने के बाद दो बाइक पर सवार होकर घर लौट रहे थे। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से वाहन और चालक की तलाश में लगी है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
सरधना कस्बे के मोहल्ला बूढ़ाबाबू निवासी राजबीर का बेटा सोनू, मोहल्ला जोगियान निवासी बुद्धप्रकाश का बेटा सनी मेरठ बाईपास हाईवे पर स्थित गांव डाबका में दोना-पत्तल बनाने वाली फैक्टरी में काम करते थे। सोमवार रात करीब दस बजे सोनू और सनी अपने दो साथियों रोहित और पवन के साथ डाबका स्थित दोना-पत्तल फैक्टरी से काम पूरा करके दो अलग-अलग बाइकों से घर लौट रहे थे। जब वे मेरठ-करनाल नेशनल हाईवे पर गांव दबथुवा के पास पहुंचे। तभी पीछे से आए अज्ञात वाहन ने दोनों बाइकों को जोरदार टक्कर मार दी। इसके बाद वह भाग गया।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि चारों युवक सड़क पर गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। राहगीरों ने तुरंत कंट्रोल रूम पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को कंकरखेड़ा क्षेत्र में कैलाशी अस्पताल पहुंचाया। जहां से सोनू और सनी की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया, लेकिन रास्ते में ही दोनों ने दम तोड़ दिया। घायल रोहित और पवन को परिजन निजी अस्पताल ले गए, जहां उनकी भी हालत गंभीर बनी हुई है। मंगलवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शवों को परिजनों के सुपुर्द कर दिया। दोनों युवकों की मौत से मोहल्ले और घरों में मातम पसरा है।
सीओ सरधरना आशुतोष कुमार ने बताया कि परिजनों की तहरीर पर अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है ताकि वाहन और चालक की पहचान की जा सके।
परिजन जल्द सोनू की शादी करना चाहते थे, रिश्ते की तलाश में थे
सरधना। दबथुवा गांव के पास हुए सड़क हादसे में 24 वर्षीय सोनू और विवाहित सनी की मौत हो गई। इस हादसे ने दो परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया। अविवाहित सोनू के परिवार वाले उसके लिए रिश्ते की तलाश कर रहे थे और जल्द ही शादी की तैयारियां भी शुरू होने वाली थीं। सोनू मेहनती और जिम्मेदार था। वह परिवार का सहारा था। उसके पिता राजबीर सब्जी की ठेली लगाकर गुजारा करते हैं और छोटा भाई रजत मजदूरी करता है। सोनू की मौत से परिवार के सपने टूट गए। मां सतबीरी और बहनें मोहिना, मीनाक्षी व खुशी का रोकर बुरा हाल है। हादसे की खबर मिलते ही रिश्तेदार और पड़ोसी भी ढांढस बंधाने घर पहुंचे।
तीन बच्चों के सिर से उठा पिता का साया
हादसे में जान गंवाने वाला दूसरा युवक सनी विवाहित था। वह तीन बच्चों का पिता था। बड़ी बेटी हर्षिता (9), बेटा हर्षित (6) और छोटी बेटी परी (4) हैं। मासूम बच्चों को अभी समझ नहीं आया है कि उनके पिता कभी लौटकर नहीं आएंगे। सनी की पत्नी और अन्य परिजन भी हादसे के बाद गहरे सदमे में हैं और उनका रोकर बुरा हाल है। हादसे के बाद गांव और कस्बे में शोक व्याप्त है। मंगलवार को जैसे ही दोनों शव पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचे, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बड़ी संख्या में लोग शोक व्यक्त करने पहुंचे और अंतिम यात्रा में शामिल हुए।
