Planet News India

Latest News in Hindi

UP: प्रेमिका को देना चाहता था इनोवा…युवती के बाप ने रखी थी ये शर्त; बैंक लूटने पहुंचे Bsc के छात्र का खुलासा

बैंक लूटने पहुंचे आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह कई दिनों से रुपये कमाने के तरीके जानने के लिए यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील्स देख रहा था। पुलिस को उसके एप्स की सर्च हिस्ट्री में लूट के वीडियो के लिंक मिले हैं। इसी दौरान उसे बैंक लूट के तरीकों के बारे में पता लगा।

प्रेमिका के पिता ने उसके सामने रखी थी शर्त
उससे शादी भी करना चाहता है। हालांकि प्रेमिका के पिता ने उसके सामने शर्त रख दी कि अगर वह पैसे कमाकर बड़ा आदमी बन जाता है तो वह अपनी बेटी से उसका विवाह कर देंगे। इस मुश्किल शर्त को पूरा करने का लवीश को सबसे आसान रास्ता बैंक लूटना लगा।

सर्च हिस्ट्री में लूट के वीडियो के लिंक मिले
आरोपी ने बताया कि वह कई दिनों से रुपये कमाने के तरीके जानने के लिए यूट्यूब, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर रील्स देख रहा था। पुलिस को उसके एप्स की सर्च हिस्ट्री में लूट के वीडियो के लिंक मिले हैं। इसी दौरान उसे बैंक लूट के तरीकों के बारे में पता लगा। फिर कई वीडियो देखने के बाद उसने बैंक लूट के लिए तमंचा व अन्य हथियार जुटाए और बैंक पहुंच गया। बैंक जाने से पहले उसने प्रेमिका को फोन भी किया लेकिन रिसीव नहीं हुआ।

साइकिल से बैंक पहुंचा आरोपी
इसके बाद वह घर से मंदिर जाने की बात कहकर साइकिल से निकला और बैंक पहुंचा। हालांकि बैंक में कर्मियों के हौसले ने उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया। डीसीपी साउथ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि रविवार को आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। उसकी दिमागी स्थिति ठीक नहीं लग रही है। उसका मोबाइल जांच के लिए फॉरेंसिक लैब भेजा गया है। एडीसीपी साउथ महेश कुमार का कहना है कि पूछताछ में बहुत सी बातें आरोपी ने बताई हैं। उसकी बातों की तस्दीक की जा रही है।

प्रेमिका ने बंद कर दिया था बात करना
आरोपी ने बताया कि पिता के पैसे कमाकर लाने की बात के बाद प्रेमिका ने भी बात करनी बंद कर दी थी। इसी वजह से वह बौखला गया और जल्द से जल्द पैसे कमाने के लिए हाथ पांव मारने लगा। उसने तय किया था कि रुपये आते ही अपनी प्रेमिका को एक एक इनोवा कार खरीदकर देगा और उसके बाद ही उसके पिता से शादी की बात करेगा।

इन सवालों के जवाब खोज रही पुलिस

  • तमंचे के विषय में जानकारी करने पर आरोपी चुप हो गया, पुलिस ये पता लगा रही है कि वह तमंचा कहां से लाया।
  • पुलिस का मानना है कि बैंक लूटने की साजिश केवल एक स्नातक युवक नहीं बना सकता, दूसरे कौन लोग हैं।
  • आरोपी की गर्लफ्रेंड कौन है, इसकी चैटिंग विवेक के नाम से नंबर में स्टोर मिली हैं, विवेक की जानकारी की जा रही है।
  • आरोपी के दोस्त कौन-कौन हैं। पुलिस का अनुमान है कि आरोपी कुछ लोगों को बचाने के लिए नाटक कर रहा है।
आपको बता दें कि कानपुर के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की घाटमपुर कस्बा शाखा के मैनेजर, कैशियर और गार्ड ने मिलकर बैंक लूटने आए नकाबपोश को पकड़ लिया। वारदात को अंजाम देने के लिए साइकिल से पहुंचे नकाबपोश ने तीनों पर धारदार हथियारों से वार कर उन्हें घायल कर दिया। हालांकि जख्मी होने के बाद भी तीनों ने लुटेरे को धर दबोचा और पुलिस के हवाले कर दिया। पकड़ा गया आरोपी पतारा के संचितपुर गांव का रहने वाला है और बीएससी तृतीय वर्ष का छात्र है। आरोपी के पास से एक तमंचा भी बरामद हुआ है।
बैंक की कस्बा शाखा के प्रबंधक वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि रोज की तरह शनिवार सुबह बैंक खुली और वह कैशियर प्राणनाथ शुक्ला, हनुमंत विहार के गल्लामंडी निवासी सिक्योरिटी गार्ड सुनील कुमार व महिला कर्मचारी सपना कुमारी के साथ रोजाना के कामकाज में लग गए। करीब 10:45 बजे चेहरे पर मास्क लगाकर एक बैंक में दाखिल हुआ और चाकू से गार्ड के चेहरे और गर्दन पर वार कर दिया। गार्ड से युवक को भिड़ता देख शाखा प्रबंधक वीरेंद्र और कैशियर प्राणनाथ शुक्ला ने युवक को पकड़ने का प्रयास किया।
इस दौरान उनपर भी हमलावर ने हमला कर जख्मी कर दिया। हालांकि घायल होने के बाद भी तीनों ने हिम्मत नहीं हारी। काफी देर तक चली भिड़ंत के बाद एक साथ हमलावर पर टूट पड़े और रस्सी से बांधने के बाद पुलिस को सूचना दी। सूचना पर फोर्स और फॉरेंसिक टीम संग मौके पर पहुंचे डीसीपी साउथ आशीष श्रीवास्तव, एसीपी घाटमपुर रंजित कुमार ने आरोपी को पकड़ लिया। घायल बैंक कर्मियों को सीएचसी पहुंचाया जहां डाक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर रूप से घायल गार्ड व लुटेरे को हैलट रेफर कर दिया।

घायल अस्पताल में भर्ती
वहीं, बैंक मैनेजर और कैशियर को एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लुटेरे की पहचान पतारा के संचितपुर निवासी किसान अवधेश मिश्रा के बेटे लवीश मिश्रा के रूप में हुई है। वह वर्तमान में तिवारी होटल के पास धर्मपुर बंबा में रहता है। घटनास्थलों के आसपास मोबाइल की गतिविधि से पुलिस आरोपियों को चिह्नित कर लेती है, इसलिए लूट की वारदात के लिए जाते समय मोबाइल घर में ही रख दिया। गांव के लोगों का कहना था कि लवीश सिरफिरा है। वह ज्यादा समय मोबाइल में रील्स देखकर बिताता था। साथ ही वह किसी से ज्यादा घुलमिल कर नहीं रहता था।

planetnewsindia
Author: planetnewsindia

8006478914,8882338317

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *