चाइना ने स्टेट ऑफ इमर्जेंसी डेकलार किआ.
2019 में वुहान से फैले कोविड-19 ने दुनिया को हिला कर रख दिया था. कोविड-19 का पहला मामला चीन के वुहान शहर में ही मिला था
जिसने दुनिया भर में तबाही मचाई थी. विश्व स्तर पर 70 करोड़ से ज्यादा मामले दर्ज किए गए थे, और 70 लाख से ज़्यादा मौतें भी हुई थीं. अब 5 साल बाद, चीन से एक और वायरस के फैलने की खबरें आ रही हैं. इस वायरस का नाम है “ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस” या HMPV. यह एक RNA वायरस है और इसके लक्षण कोविड-19 जैसे ही हैं.
HMPV के आम लक्षणों में सर्दी, बुखार, नाक बहना और गले में घरघराहट शामिल हैं. लेकिन सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है, खास तौर पर 2 साल से कम उम्र के बच्चों पर.
चीन के रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र के मुताबिक, HMPV के साथ-साथ इन्फ्लूएंजा ए, माइकोप्लाज्मा निमोनिया और कोविड-19 के मामले भी सामने आ रहे हैं और मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. सोशल मीडिया पर कुछ पोस्ट्स में यह दावा किया जा रहा है कि चीन में वायरस फैलने के कारण कई जगहों पर इमरजेंसी घोषित कर दी गई है और अस्पतालों एवं श्मशान घाटों में भीड़ बढ़ रही है. हालांकि, चीन की तरफ से ऐसी कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है.
ध्यान देने वाली बात यह है कि यह वायरस खांसने और छींकने से फैलता है. इसके गंभीर मामलों में ब्रोंकाइटिस और निमोनिया भी हो सकता है. राहत की बात यह है कि चीन इस वायरस से निपटने के लिए निगरानी प्रणाली का परीक्षण कर रहा है. जानकारी के मुताबिक HMPV की पहली पहचान 2001 में हुई थी. यह वायरस सभी मौसमों में मौजूद रहता है, लेकिन सर्दियों में इसके फैलने का खतरा ज्यादा होता है.
मनोज कुमार त्रिपाठी
स्टेट हेड, ओडिशा
प्लानेट न्यूज़ इंडिया