Hisar: 27 लाख रुपये के लेनदेन में आरा संचालक ने की आत्महत्या, फाइनेंसर से तंग आकर दी जान

हिसार। ठंडी सड़क क्षेत्र के सुदामा नगर में रहने वाले 45 वर्षीय राजीव कालिया, जो पेशे से आरा मशीन संचालक थे, ने कथित तौर पर फाइनेंसर की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर ली।
मृतक के बेटे नकुल कालिया की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
🧾 25 अक्तूबर को दी थी लिखित शिकायत
पुलिस जांच में सामने आया है कि राजीव कालिया ने 25 अक्तूबर को पुलिस अधीक्षक के नाम एक लिखित शिकायत दी थी, जिसमें उन्होंने फाइनेंसर विजेंद्र गिल पर अवैध वसूली और धमकी के आरोप लगाए थे।
शिकायत में उन्होंने विस्तार से लिखा था कि वर्ष 2012 में उन्होंने विजेंद्र से ₹17 लाख का कर्ज लिया था, जिसका ब्याज वह लगातार अदा करते रहे।
राजीव ने कहा था कि 2018 में दोनों पक्षों में समझौता हो गया था, लेकिन इसके बावजूद विजेंद्र ने लगातार दबाव बनाकर ब्याज वसूला और धमकियां दीं। शिकायत में यह भी उल्लेख था कि फाइनेंसर ने उनसे खाली चेक और बैंक पासबुक पर हस्ताक्षर करवा लिए और फिर एक चेक बाउंस कराकर केस दर्ज करवा दिया।
🧩 बेटे का बयान
नकुल ने पुलिस को बताया कि उसके पिता लंबे समय से तनाव में थे और अक्सर कहते थे —
“विजेंद्र ने मुझे जीने नहीं दिया, अब मेरी मौत के बाद ही पीछा छूटेगा।”
9 नवंबर को उन्होंने आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने HTM थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह के नेतृत्व में जांच शुरू की है।
⚖️ आरोपी पक्ष ने आरोपों से किया इंकार
विजेंद्र गिल ने कहा कि वह राजीव के पुराने सहपाठी थे और उनके बीच कुछ लाख रुपये का लेनदेन हुआ था, जिसका मामला अदालत में विचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि —
“हमारे बीच तीन साल से कोई संपर्क नहीं था। मैं उन्हें नुकसान पहुँचाने की सोच भी नहीं सकता। पुराने विवाद को गलत तरीके से जोड़ा जा रहा है।”
वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने, जिसका नाम शिकायत में आया है, कहा कि वह वकील के तौर पर कानूनी सलाह देता था और किसी वित्तीय लेनदेन से उसका कोई संबंध नहीं है।
