ओडिशा के नुआपाड़ा विधानसभा उपचुनाव से ठीक पहले इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) को लेकर नया विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी बीजेडी ने आरोप लगाया कि गंजाम जिले से ट्रकभर ईवीएम गुप्त तरीके से नुआपाड़ा भेजी गई हैं। इस पर सोमवार को राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरएस गोपालन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इन आरोपों को पूरी तरह झूठा और असंभव बताया। उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी गतिविधि का कोई सबूत नहीं मिला है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरएस गोपालन ने कहा कि गंजाम जिले के ईवीएम गोदामों की सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई है, जिसमें किसी तरह की आवाजाही नहीं दिखी। उन्होंने आगे कहा कि नुआपाड़ा जिले में किसी भी जगह से कोई ईवीएम नहीं लाई गई और न ही यहां से कहीं भेजी गई। हर जिले का अपना सुरक्षित ईवीएम गोदाम होता है, जो पुलिस और सीसीटीवी निगरानी में रहता है। उन्होंने बताया कि नुआपाड़ा उपचुनाव के लिए सभी ईवीएम केवल उसी जिले के गोदाम से ली गई हैं और उनके सीरियल नंबर दर्ज हैं।
प्रक्रिया पूरी तरह पार्दर्शी- राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी
गोपालन ने कहा कि ईवीएम की जांच और निरीक्षण की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी होती है। हर तीन महीने में गोदाम खोले जाते हैं और उस दौरान सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहते हैं। पूरा निरीक्षण वीडियो रिकॉर्ड होता है और सभी को मशीनों के सीरियल नंबर की कॉपी दी जाती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे टीवी चैनलों पर चल रही अफवाहों पर विश्वास न करें। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण और मतदाता जागरूकता के लिए इस्तेमाल की गई मशीनें भी आयोग की ही निगरानी में हैं।
इवीएम शिफ्ट की गईं- बीजेडी का दावा
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के इन दावों के बाद बीजेडी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पलटवार किया। बीजेडी प्रवक्ता लेनिन मोहंती ने कहा कि हमारी पार्टी जिम्मेदारी से कहती है कि गंजाम जिले से ईवीएम ट्रक में भेजी गईं और नुआपाड़ा के 32 बूथों में इस्तेमाल की जानी थीं। हमने उन बूथों की सूची भी आयोग को दी है। सीसीटीवी फुटेज पर उठाए गए सवाल पर मोहंती ने कहा कि हमने देखा है कि राज्य में सीसीटीवी कितनी कारगर हैं। बेरहामपुर में वकील की हत्या और पुरी रथ यात्रा में भगदड़ के दौरान भी सीसीटीवी नहीं चले। तो अब इन कैमरों पर भरोसा कैसे किया जा सकता है?
प्रशासन का जवाब और चुनाव की तैयारियां
बीजेडी ने नुआपाड़ा के कलेक्टर, एसपी और क्षेत्र के आईजीपी पर भाजपा के लिए काम करने का आरोप लगाया। हालांकि उन्होंने सीईओ गोपालन की ईमानदारी पर भरोसा जताया। नुआपाड़ा कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी मदनुसूदन दास और एसपी अमृतपाल सिंह ने बताया कि जिले के सभी 358 मतदान केंद्रों पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
इनमें 47 बूथ नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं। सीआरपीएफ कमांडेंट एरिक गिल्बर्ट जोस ने कहा कि हम शांतिपूर्ण मतदान के लिए पूरी तरह तैयार हैं। हमारे हेलिकॉप्टर नक्सल क्षेत्रों में मतदान कर्मियों को पहुंचा रहे हैं। इलाके में सघन गश्त चल रही है ताकि कोई भी नक्सली मतदान केंद्रों के पास न पहुंच सके। नुआपाड़ा उपचुनाव में कुल 2.53 लाख मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे, जिनमें 1,24,108 पुरुष और 1,29,495 महिलाएं शामिल हैं। इस सीट पर 14 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर है।