अलीगढ़ के जवां में युवक करन की हत्या के बाद रविवार को पुलिस व मीडिया के सामने करन की मां महारानी देवी ने इस हत्या को असद व उसके परिवार की साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि जब से गली में मंदिर बना है, तब से यह लोग हमारे परिवारों से खुन्नस मानते आ रहे हैं। इसी खुन्नस में खुद असद ने उनके बेटे को नोएडा से बहाने से बुलाकर हत्या की। इसके बाद कार में शव कहीं बाहर फेंकने की योजना थी, लेकिन छोटे बेटे के देख लेने पर मंसूबे पूरे नहीं हुए।
करन की मां महारानी, चाची व परिवार के अन्य सदस्यों ने बताया कि जिस इलाके में हम लोग रहते हैं। उस इलाके में हमारे समाज की आबादी अधिक है। असद परिवार के दस घर हैं। हम लोगों ने गली के बीच में सरकारी भूमि पर कुछ वर्ष पहले मंदिर का निर्माण कराया था। तब इन लोगों ने विरोध किया था।
उस समय विवाद हुआ, लेकिन उनकी नहीं चली। मंदिर बन गया। तभी से यह लोग हमारे परिवारों से खुन्नस मानते हैं। इसी खुन्नस में पूर्व में झगड़ा हुआ था। अब उनके बेटे को नोएडा से असद व उसके परिवार ने ही फोन करके बुलाया। इसके बाद जब वह उनसे बाहर बतिया रहा था। तब उसकी घेरकर हत्या कर दी।
करन की हत्या के बाद विलाप करते परिजन – फोटो
घर के बाहर एक कार भी खड़ी कर रखी थी। जब छोटा बेटा शोर मचाते हुए पहुंचा तो सभी आरोपी कह रहे थे कि चलो इसे ले चलो। बाहर फेंक आते हैं। अगर छोटा बेटा नहीं पहुंचा होता तो शायद यह लोग शव को फेंक आते। हमको पता भी नहीं चलता। बाद में पुलिस के आने से पहले उन्होंने कार को गायब कर दिया।
पिता की हुई मौत, बड़ा बेटा पंजाब में
करन तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। सबसे बड़ा भाई अपनी पत्नी को लेकर पंजाब में रहता है। खुद करन नोएडा में मजदूरी करता था, जबकि उसकी मां यहां छोटे बेटे 12 वर्षीय सनी संग रहती थी। करन की मजदूरी से ही उसका परिवार पलता था।

करन की हत्या के बाद सड़क पर बिखरीं ईंट और पत्थर – फोटो
बड़ा बेटा कभी कभार ही यहां आता है। इधर, करन के पिता की करीब दस वर्ष पहले सीढ़ियों से गिरने के कारण मृत्यु हो गई थी। जिस घर में करन रहता था, उस घर में उसके चाचा आदि का भी हिस्सा है। नीचे के हिस्से में करन व दूसरी मंजिल पर चाचा आदि का परिवार रहता है।
आरोपी के घरों पर लगे हैं सीसीटीवी
पुलिस जब घटनास्थल पर देर रात फॉरेंसिक टीम के साथ जांच के लिए पहुंची तो आरोपी के घर पर सीसीटीवी लगे मिले। उनके विषय में जानकारी हुई कि खुद आरोपी परिवार ने ही मंदिर बनने के बाद यह सीसीटीवी लगवाए हैं। ताकि कभी किसी तरह का विवाद हो तो, सीधे इन लोगों का नाम न आए।
शासन तक भेजी गई रिपोर्ट, आगे की कार्रवाई पर मंथन
इस हत्याकांड के बाद दिन में डीएम एसएसपी स्तर से शासन तक को अवगत कराया गया है। वहीं अब देर शाम पुलिस की टीम सभी आठों आरोपियों से पूछताछ के आधार पर उनकी भूमिका पर जांच व पूछताछ कर रही थी। ताकि आगे की कार्रवाई किस पर किस तरह से होनी है। ये तय हो सके।
सोशल मीडिया पर वायरल होती रही वीडियो
करन की हत्या के बाद खून से सने खंडहर घर के कमरे व घर के बाहर उसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होती रही, जिसमें दिखाया गया कि किस तरह उसकी हत्या की गई होगी। इसके बाद जब करन का शव अंतिम संस्कार को ले जाया गया, तब भी तमाम परिजन व मोहल्ले के लोग उसका शव देखने को बेताब रहे।
पुलिस मित्रों की दिखी कमी
रविवार को जवां में हुए बवाल के बीच दिन भर पुलिस मित्रों की भारी कमी दिखाई दी। ऐसे कम ही लोग थे, जो यह तय कर पा रहे थे कि किसी भी तरह वे परिवार या भीड़ में हंगामा कर रहे लोगों को समझा लेंगे। इस वजह से भी पुलिस को इस हंगामा व बवाल को रोकने में इतना अधिक समय लगा।
अलीगढ़ में युवक की हत्या पर बवाल
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में मुरादाबाद हाईवे पर स्थित मिश्रित आबादी वाले कस्बा जवां में शनिवार रात करन उर्फ काली (20) की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। हत्या के मुख्य आरोपी असद ने खुद थाने पहुंचकर समर्पण कर दिया। आरोपी ने पुलिस को चताया कि पुरानी खुन्नस व परिवार की एक युवती की फोटो सोशल मीडिया पर डालने के विवाद में उसने वारदात को अंजाम दिया।
हत्या के बाद भड़की भीड़ ने दूसरे समुदाय के आरोपियों के घरों पर बुलडोजर चलाने व फांसी देने की मांग पुलिस के समक्ष रख दी। इसे लेकर शनिवार आधी रात से लेकर रविवार दिन भर जमकर बवाल काटा। लोगों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। कस्बे में तनाव के हालात के बीच दिन भर बाजार भी बंद रहा। कई बार पुलिस से टकराव के हालात बने। पुलिस ने इस मामले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया है।