Budaun News: उसावां थाना क्षेत्र के गांव नगरिया चिकन में दो मंजिला मकान में अवैध पटाखा फैक्टरी चल रही थी। भारी मात्रा में पटाखों का भंडारण किया गया था। शुक्रवार को जब धमाका हुआ तो मकान धराशायी हो गया। दो भाइयों की मौत हो गई।
बदायूं के उसावां थाना क्षेत्र के गांव नगरिया चिकन में शुक्रवार शाम दो मंजिला मकान में चल रही अवैध पटाखा फैक्टरी में धमाका हो गया। इससे दो मंजिला मकान ढह गया। मलबे में दबकर आतिशबाज उमेश चंद्र उर्फ राहुल (40) पुत्र रामसहाय और उसके चचेरे भाई मनोज (35) की मौत हो गई। धमाके से दोनों के चीथड़े उड़ गए। मंजर देख लोगों का कलेजा कांप गया। दो बच्चियां भी घायल हुई हैं। इनको अस्पताल में भर्ती कराया गया।
उसावां कस्बा के नगरिया चिकन निवासी रामसहाय पुराने आतिशबाज हैं। उनके परिवार में पटाखे बनाने का पुश्तैनी काम है। वर्ष 2017 में रामसहाय की उसावां कस्बे की पटाखे की दुकान में आग लग गई थी। उसमें उनके बेटे समेत दो लोगों की मौत हुई थी। अब आठ साल बाद फिर से आतिशबाजी ने दूसरे बेटे व भतीजे की जान ले ली। इस घटना से रामसहाय का परिवार उजड़ गया है। आतिशबाजी के कारोबार में आठ साल के भीतर दो बेटे व भतीजे की मौत से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। घटना से लोग स्तब्ध हैं।
नगरिया चिकन के ग्रामीणों ने बताया कि रामसहाय का आतिशबाजी बनाकर बेचने का काम पुश्तैनी है। उनके बेटे रविंद्र, राजीव, उमेश, राजाबाबू, ओमेंद्र और सुमित हैं। परिवार में रामसहाय के नाम पर ही आतिशबाजी बनाकर बेचने का लाइसेंस था। 2017 के अप्रैल माह में ही रामसहाय का बेटा सुमित आतिशबाजी की दुकान पर बैठा था। उसके साथ उसावां के वार्ड चार का अवनीश पुत्र रंगीले वाल्मीकि भी बैठा था।
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दुकान में विस्फोट से सुमित व अवनीश गंभीर रूप से झुलस गए थे। दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। इस घटना के बाद प्रशासन ने रामसहाय का आतिशबाजी का लाइसेंस निलंबित कर दिया था। उसके बाद रामसहाय ने अपने छोटे बेटे उमेश चंद्र उर्फ राहुल के नाम पर हजरतपुर थाना व कस्बे में आतिशबाजी का लाइसेंस लिया था। उमेश चंद्र ही आतिशबाजी का काम करता था। शुक्रवार को हुए विस्फोट से आठ साल बाद फिर वही पुराना मंजर याद आ गया।
मकान में कर रखा था पटाखे का भंडारण
उमेश शादी-समारोह में आतिशबाजी की बुकिंग लेता था। वह नगरिया चिकन स्थित दो मंजिला मकान में वह अवैध रूप से पटाखा फैक्टरी चला रहा था। यहां भारी मात्रा में आतिशबाजी का भंडारण भी कर रखा था। शुक्रवार को उसे शाहजहांपुर के कलान कस्बे में एक शादी समारोह में पटाखे लेकर जाना था। इसके लिए वह अपने चचेरे भाई के साथ मकान में पहुंचा था। वह अंदर ही था कि पटाखे के भंडारण में विस्फोट हो गया।
विस्फोट इतना जबरदस्त था कि दो मंजिला मकान भरभराकर ढह गया। धमाके की गूंज दूर तक सुनी गई। इससे आसपास के लोगों में दहशत फैल गई। मौके पर पहुंची तीन थानों की पुलिस ने तीन जेसीबी लगाकर मलबा हटवाया। मलबे में दबने से उमेश और मनोज की मौत हो गई।
उमेश की भतीजी सलोनी (5) और किरण (6) पुत्री ओमेंद्र मलबे में दबने से घायल हो गई। उन्हें म्याऊं सीएचसी में भर्ती कराया गया है। डीएम निधि श्रीवास्तव और एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने दोनों बच्चियों का हाल जाना और बेहतर इलाज की हिदायत दी। डीएम ने हादसे का कारण जानने के लिए जांच का आदेश दिया है।
शवों के उड़े चीथड़े
दो मंजिला मकान में विस्फोट के बाद मलबे में निकाले गए दो शवों को देख ग्रामीणों के दिल दहल उठे। शवों के चीथड़े उड़ गए थे। विस्फोट के बाद वहां अफरातफरी मच गई। लोग चीखपुकार करते हुए दूर तक भाग गए। सोशल मीडिया पर इसकी खबर फैली तो वहां रहने वालों के रिश्तेदार फोन करके हाल जानने लगे। वहां पर ग्रामीण कई लोगों के दबे होने की आशंका जता रहे थे। जेसीबी से जब मलबा पूरी तरह साफ कर दिया गया, उसके बाद ग्रामीणों को दो ही लोगों के मौत होने की जानकारी हो सकी।
तीन घंटे चला बचाव कार्य
आबादी के बीच दो मंजिला मकान में हुए भीषण विस्फोट के बाद इलाके के लोग सकते में आ गए। मकान के अंदर भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री रखी होगी। विस्फोट हुआ तो मलबा पांच फुट तक जमा हो गया। उसे हटाने में जेसीबी को तीन घंटे से ज्यादा का वक्त लग गया। करीब दो घंटे बाद शव मलबे से बाहर निकाले गए।
डीएम निधि श्रीवास्तव ने बताया कि दो मंजिला मकान में पटाखे का भंडारण था। पटाखे होने से आतिशबाज समेत दो लोगों की मौत हुई है। घटना के पीछे क्या कारण है? इसकी जांच होगी।
एसएसपी डॉ. ब्रजेश सिंह ने बताया कि विस्फोट के क्या कारण रहे? इसकी जांच के लिए फोरेंसिक व अग्निशमन विभाग को निर्देश दिए हैं। हादसे में दो लोगों की मौत हुई है और दो बच्चियां घायल हुई हैं। बच्चियों की हालत में सुधार है।