Planet News India

Latest News in Hindi

धूम धाम से मनाया बसंत पंचमी त्यौहार

शिक्षा के क्षेत्र में आज हमारे बच्चे बहुत आगे बढ़ रहे हैं सभी छात्र-छात्राओं को पढ़ लिखकर मेहनत करनी है। बगैर शिक्षा के जिंदगी में कुछ नहीं है शिक्षा ग्रहण करने से आप इंजीनियर डॉक्टर आईएएस पीसीएम सभी बन सकते हो शिक्षा ही सर्वोपर है।
रविवार को यह बिचार बसंत पंचमी के उपलक्ष पर श्री प्रेमवती देवी इंटर कॉलेज बीछिया टुकसान हाथरस में आयोजित कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद डा. मानवेंद्र प्रताप सिंह ने प्रकट किए। उन्होंने कहा कि आज हमारी योगी जी की सरकार ने शिक्षा क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं जिसमें टैबलेट स्कॉलरशिप अन्य योजनाओं का लाभ छात्र-छात्राओं को दिया जा रहा है। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद ठाकुर अनिल जादौन, नेम सिंह सोलंकी, मनोज शर्मा, अनंत सोलंकी, विपुल गौड संतोष शर्मा, राजकुमार प्रधान का मौजूद लोगों ने जोशीला स्वागत कर उन्हें प्रतीक चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया। वहीं अतिथियों ने सभी छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर प्रोत्साहित किया।
——————————————-
सासनी-2 फरबरी। विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षण संस्थान से सम्बद्ध श्री राधेश्याम स्वर्णकार सरस्वती शिशु विद्या मंदिर सासनी में बसंत पंचमी एवं मां सरस्वती का जन्मदिवस बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया गया। प्रबंधक सुरेश चंद्र बर्मा जी एडवोकेट, संरक्षक रणधीर सिंह, राजपाल सिंह दिसवार ने संयुक्त रूप से मां सरस्वती के छवि चित्र के सामने दीप जलाकर एवं पुष्पहार अर्पित कर बसंतोत्सव मनाया। वहीं पंडित नारायण उपाध्याय, प्रधानाचार्य विपिन पालीवाल, ने विधिविधान से मां सरस्वती का पूजन कर हवनयज्ञ में विश्व कल्याण के लिए आहूतियां दी। सम्पन्न कराया। इस मौके श्रीमती रमा बाष्र्णेय, नीरज कुमार, धर्मवीर पाठक, हरेन्द्र कुमार, अनुपमा बाष्र्णेय, सीमा पालीवाल, आरती वशिष्ठ, भारती, एवं छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।
दूसरी ओर आर्य समाज द्वारा संचालित दयानंद बाल मंदिर सासनी में बसंत पंचमी के पावन पर मंत्री वेद प्रकाश भार्गव द्वारा हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इसके उपरांत ज्ञान की देवी मां सरस्वती की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। श्री दयानंद शिक्षा समिति प्रबंधक अध्यक्ष डॉ अमित भार्गव ने कहा कि पौराणिक कथा अनुसार ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की तो वातावरण बहुत शांत था। इसके उपरांत ब्रह्मा जी ने अपने कमंडल से जल छिड़क कर ज्ञान की देवी मां सरस्वती का अवतरण किया, मां सरस्वती जी ने वीणा बजा कर सृष्टि को संगीत में कर दिया था। इसलिए आज बसंत पंचमी को विद्या, बुद्धि तथा आवाज की देवी मां सरस्वती की पूजा विधि विधान से की जाती है। इस दौरान जगदीश प्रसाद शर्मा, नरेश चंद्र वाष्र्णेय, बनवारी लाल वर्मा, विद्याभूषण गर्ग, श्याम बिहारी वाष्र्णे छीतरमल, प्रधानाध्यापिका अर्चना शर्मा, विनय महेश्वरी, आरती स्रोती, उषा गुप्ता, चंचल तथा विद्यालय के विद्यार्थी मौजूद रहे।

Sunil Kumar
Author: Sunil Kumar

SASNI, HATHRAS

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *