फार्मर रजिस्ट्री के लिए एसडीएम ने किया प्रेरित

फार्मर रजिस्ट्री, जिसे हिंदी में किसान पंजीकरण कहते हैं, एक ऐसी डिजिटल प्रक्रिया है, जिसमें किसानों की सभी जानकारी जैसे कि भूमि रिकॉर्ड, फसल विवरण, बैंक खाता और अन्य आवश्यक डाटा सरकारी पोर्टल पर सुरक्षित रूप से संग्रहीत किया जाता है।
सोवमार को तहसील परिसर में एक आवश्यक बैठक के दौरान एसडीएम श्रीमती प्रज्ञा यादव ने ग्राम पंचायत सहायक और ग्राम सेवक तथा ग्राम पंचायत सचिवों को बताई। उन्होंने बताया कि किसानों की जमीनों से जुड़ी जानकारियां एक जगह एकत्र करने पर सरकार काम कर रही है। इससे किसानों को कल्याणकारी योजनाओं का सुविधाजनक तरीके से लाभ भी मिल जाएगा। इसके लिए ही सरकार ने फार्मर रजिस्ट्री योजना चलाई गई है। उन्होंने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री करने के लिए जनसेवा केंद्र संचालाकों को भी प्रेरित करें। जिससे कम समय में अधिक से अधिक फार्मर रजिस्ट्री हो सके। उन्होंने बताया कि फार्मर रजिस्ट्री में किसान का नाम, पिता का नाम, किसान के स्वामित्व वाले सभी गाटा नंबर, सह खातेदार होने की स्थिति में गाटे में किसान का अंश, मोबाइल नंबर, आधार नंबर और ई-केवाईसी का विवरण रजिस्ट्री में दर्ज होगा। फॉर्मर रजिस्ट्री बन जाने से योजनाओं के नियोजन, लाभार्थियों के सत्यापन, कृषि उत्पादों का विपणन, किसानों की पहचान, वैरिफिकेशन में आसानी, किसानों के लिए संचालित कल्याणकारी योजनाओं को सुगम और समयबद्ध तरीके से उपलब्ध कराने में सहायता मिलेगी। इस दौरान एसडीएम ने फार्मर रजिस्ट्री में अच्छा कार्य करने वाले पंचायत सहायकों को प्रशस्ति पत्र भी प्रदान किये।