आधा दर्जन से अधिक विभागों के नाम किसानों ने सौंपा एसडीएम को ज्ञापन
भारतीय किसान यूनियन के पदाधिकारियों और किसानों ने करीब आधा दर्जन से अधिक विभागों के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा और अपनी समस्याओं के समाधान की मांग की।
बुधवार को भारतीय किसान यूनियन हरपाल गुट के किसानों ने मजदूर किसानों की समस्याओं को लेकर धरना प्रदर्शन के बाद एसडीएम को सौंपे ज्ञापन में कहा है कि केन्द्र सरकार संघ लोक सेवा आयोग के कानून नियमों के विरूद्धकाफी सख्यां में आईएएस बना दिए हैं। जिससे लोकसभा अध्यक्ष की पच्चीस वर्षीय बेटी की सीनियरटी भी उन्हें दे दी है। जो गलत नियुक्ति है, किसानों ने कहा है कि उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयेाग के नियम कानून तोडकर ण्ूपीएससी की तीन-तीन बार में परीक्षा कर भेदभाव किया जा रहा है। जिसके लिए युवओं को आंदोलन करना पडा था। किसानों पर लगाया गया जीएसटी समाप्त किया जाना बहुत जरूरी है। सासनी-विजयगढ़ रोड, विघैपुर-घंटरबाग रोड, नगला पौपा से ऊसवा मार्ग, नानऊ मार्ग जो काफी खस्ता हालत में है उन्हें शीघ्र दुरस्तीकरण कराया जाए। किसानों ने ज्ञापन में कहा है कि आंगनबाडी रसोईयश, आशा वर्कर, का मानदेय बारह हजार रूपये प्रतिमाह किया जाए। गरीबी पेंशन तीन हजार रूपये प्रतिमाह की जाए। किसानें ने ज्ञापन में कहा है कि बिजली को प्राईवेट सैक्टर में नहीं दिया जाए। आवार गोवंश जंगली सूअर, नीलगाय, बंदरों से किसानों की फसलों की सुरक्षा की जाए। किसान सम्मान निधि का रजिस्ट्रेशन न कराकर पहले मंजूर पर धन दिया जाए। ज्ञापन देने वालों में चैधरी हरपाल सिंह, राजकुमार, श्रीपाल सिंह, सतेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह, कुंती देवी, मुकेश, शीलेन्द्र, जितेन्द्र सिंह, रामखिलाडी आदि दर्जनों किसान मौजूद थे।