जिस घर में बेटे नहीं रहे तो पिता की अर्थी को कांधा देकर शमशान जाने लगी बेटिंया………. 2 years ago Sunil Kumar कवित्री कविता तिवारी की एक कविता आज सासनी में साक्षात्कार करा दिया। जहां एक बेटी ने अपने पिता की अर्थी...