India-Oman Ties: भारत-ओमान के सैन्य रिश्ते और हुए मजबूत, सेना प्रमुखों की तीसरी बैठक नई दिल्ली में संपन्न|


यह सहयोग पिछले वर्ष सितंबर 2024 में आयोजित भारत-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अल नजाह’ की सफलता पर आधारित है, जो ओमान के रबकूट ट्रेनिंग एरिया में हुआ था। उस अभ्यास में दोनों सेनाओं ने बेहतरीन तालमेल और संयुक्त ऑपरेशनल क्षमता दिखाई थी। अब इस वर्ष की स्टाफ टॉक्स के जरिए उस सहयोग को संस्थागत रूप देने और आगे बढ़ाने पर जोर दिया गया।
वार्ता में कौन से अधिकारी हुए शामिल?
इस वार्ता में दोनों देशों के कई वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। भारत की ओर से अमित नारंग, भारत के ओमान में राजदूत, कैप्टन हरीश श्रीनिवासन, भारतीय रक्षा अताशे शामिल हुए। वहीं ओमान की ओर से ब्रिगेडियर जनरल अब्दुलकाधिम बिन इब्राहिम अल-अजमी, कमांडर, 11वीं इन्फेंट्री ब्रिगेड और लेफ्टिनेंट कर्नल मसूद मुबारक अल-गाफरी, कमांडिंग ऑफिसर, फ्रंटियर फोर्स; ने शिरकत
की।
दोनों सेनाओं ने किया संयुक्त लाइव-फायर डेमो
इस वार्ता के बाद दोनों देशों की सेनाओं ने एक संयुक्त लाइव-फायर डेमो किया, जिसमें लगभग 60 सैनिकों ने हिस्सा लिया। इस अभ्यास में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन जैसी परिस्थितियों में मिलकर कार्रवाई का प्रदर्शन किया गया। इसमें रेगिस्तानी इलाके में एक गांव की घेराबंदी और सफाई की सिम्युलेटेड कार्रवाई, घर-घर जाकर बंधक मुक्त कराने की ड्रिल और दोनों सेनाओं के स्नाइपर्सद्वारा सटीक निशानेबाजी का प्रदर्शन शामिल है।
आधुनिक भारतीय उपकरणों का उपयोग
इस अभ्यास की एक खासियत थी कि इसमें भारतीय निर्मित उन्नत उपकरणों का इस्तेमाल किया गया, जैसे – ड्रोन, रियल-टाइम निगरानी के लिए, बैलिस्टिक शील्ड, कमरे में घुसकर कार्रवाई और बंधक सुरक्षा के लिए। इन तकनीकों ने दोनों देशों की सेनाओं की आधुनिक क्षमता और तैयारी को और मजबूत किया।
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