सड़कों पर लाखों कारों से महाविनाश…’, पेजर ब्लास्ट से अमेरिका तक डरा, चीन पर लगाया ये बैन
लेबनान में पेजर ब्लास्ट ने दुनिया को युद्ध के एक नए पैंतरे के बारे को लेकर डरा दिया है. अब खतरा इतना बढ़ गया है कि दूसरी जगहों पर भी इस तरह का इलेक्ट्रॉनिक युद्ध देखने को मिल सकता है.अमेरिका की सड़कों पर दौड़ने वाली कारों में बहुत सी कारें या फिर उनमें लगे सामान चीन से खरीदे गए हैं. इसे लेकर अमेरिका और अधिक सतर्क हो गया है.
लेबनान में पेजर बम विस्फोट और वॉकी-टॉकी ब्लास्ट ने तकनीक के खतरनाक इस्तेमाल को लेकर पूरी दुनिया में घबराहट पैदा कर दी है.इजरायल विरोधी लेबनानी समूह हिज्बुल्लाह के लड़ाकों को निशाना बनाकर किए गए इन हमलों में दर्जनों लोग मारे गए और हजारों घायल हुए. इस हमले के बाद अमेरिका .भी सतर्क हो गया है. अमेरिकी वाणिज्य विभाग सुरक्षा चिंताओं के कारण देश में चल रही गाड़ियों में चीनी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर पर प्रतिबंध लगाने की सोच रहा है.
सूत्रों ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को अमेरिका की इस चिंता की जानकारी दी. अमेरिका के वाणिज्य सचिव जीना रेमोंडो ने कहा, ‘आप कल्पना कर सकते हैं जब सड़कों पर लाखों कारें चल रही हों और अचानक से उनके सॉफ्टवेयर को निष्क्रिय कर दिया जाए तो कितना बड़ा महाविनाश होगा.’
सूत्रों ने बताया कि अगर अमेरिका चीन के खिलाफ यह कदम उठाता है तो चीन से ऑटोमैटिक ड्राइविंग सिस्टम सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर वाली गाड़ियों के आयात और ब्रिकी पर प्रतिबंध लग जाएगा.
अमेरिका की सड़कों पर चलने वाली लगभग सभी गाड़ियों को कनेक्टेड माना जाता है. कनेक्टेड गाड़ियों में ऑनबोर्ड नेटवर्क हार्डवेयर होता है जिससे इंटरनेट का एक्सेस मिलता है. इससे गाड़ी के अंदर और बाहर दोनों जगह डिवाइस के साथ डेटा शेयर कर सकते हैं.
नवंबर में अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने इस बात को लेकर चिंता जताई थी कि अमेरिका में गाड़ियों की टेस्टिंग के समय चीनी ऑटो और टेक कंपनियां संवेदनशील डेटा लेती हैं और उसे भविष्य के लिए संभालकर रख सकती हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फरवरी में चीन से खरीदी जाने वाली गाड़ियों के सुरक्षा रिस्क की जांच के आदेश दिए थे.