Indian Railways: लगातार बढ़ रहा वंदे भारत ट्रेनों का कुनबा, किस रूट पर चली थी पहली हाई स्पीड ट्रेन, इन रूट्स पर दौड़ रहीं ये ट्रेनें
भारतीय रेल में वंदे भारत ट्रेनों का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है. आज हम आपको देश में चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों के बारे बताएंगे. हम आपको बताएंगे कि अब तक देश की अलग-अलग रेल रूट पर कुल कितनी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं.
हमारे देश में भारतीय रेल को एक जगह से दूसरे जगह जाने के लिए एक बेहतरीन और सुविधाजनक साधन माना जाता है और यही वजह है कि भारतीय रेल को हमारे देश की लाइफलाइन कहा जाता है क्योंकि हमारे देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा रोजाना ट्रेनों के सफर में रहता है. भारतीय रेलवे का इतिहास सैकड़ों साल पुराना है और भारतीय रेलवे ने अब तक हमारे देश में स्टीम इंजन से चलने वाली ट्रेनों से लेकर राजधानी, शताब्दी से लेकर सेमी हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत तक का सफर पूरा किया है.
भारतीय रेल में वंदे भारत ट्रेनों का कुनबा लगातार बढ़ता जा रहा है. आज हम आपको देश में चलने वाली वंदे भारत ट्रेनों के बारे बताएंगे. हम आपको बताएंगे कि अब तक देश की अलग-अलग रेल रूट पर कुल कितनी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चल रही हैं. साथ ही हम यह भी बताएंगे कि वंदे भारत ट्रेनों की खासियत क्या है और वंदे भारत ट्रेनों ने अपने इस सफर में कितने यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचा है.
कुल कितनी वंदे भारत?
दरअसल देश में पहली वंदे भारत ट्रेन का उद्घाटन 15 फरवरी 2019 को किया गया था, जो दिल्ली से वाराणसी के बीच चलाई गई थी. गौरतलब है कि वंदे भारत ट्रेन एक सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जिसकी अधिकतम गति 160 किमी/घंटा है. अगर हम देश में चलने वाली कुल वंदे भारत ट्रेनों की संख्या की बात करें तो आज की तारीख तक देश के अलग-अलग रेल रूट पर कुल 54 जोड़ी वंदे भारत ट्रेनें चल रही हैं, जो 24 राज्यों और केंद्र.शासित प्रदेशों के 280 से अधिक जिलों को कवर करती हैं.
अब तक कितने यात्रियों ने की यात्रा?
अगर हम देश में चलने वाली कुल वंदे भारत ट्रेनों की यात्राओं की बात करें तो 20 अगस्त 2024 तक वंदे भारत ट्रेनों ने 35428 ट्रिप पूरे कर लिए हैं, जिसमें वंदे भारत ट्रेनों के माध्यम से कुल 3 करोड़ 17 लाख से अधिक यात्रियों ने यात्रा की है. रेलवे के अनुसार वित्त वर्ष 2023-24 में वन्दे भारत ट्रेनों ने पृथ्वी के चारों ओर 310.7 चक्कर लगाए हैं.
इस संदर्भ में जानकारी देते हुए पूर्व मध्य रेल के सीपीआरओ सरस्वती चंद्र ने बताया कि वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें ‘मेक इन इंडिया’ पहल का एक प्रमाण हैं, जो देश की इंजीनियरिंग क्षमता को प्रदर्शित करती हैं. उन्होंने बताया कि इन ट्रेनों में स्वचालित दरवाजे, जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं और कई अन्य अत्याधुनिक यात्री केंद्रित सुविधाएं हैं. उन्होंने आगे बताया कि भारतीय रेल वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के अपने लगातार बढ़ते नेटवर्क के साथ रेलयात्रा में नए मानक स्थापित कर रही है. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें यात्रियों के लिए तेज़ आवागमन सुनिश्चित करती हैं और विश्वस्तरीय सुविधाएँ प्रदान करती हैं