ईदगाह पर किया सजदा उठे दुआ के लिए हाथ, मुस्लिमों ने बडे ही उत्साह से मनाया ईद-उल-जुहा त्यौहार
ईद-उल-जुहा मनाने के लिए सुबह से ही मुस्लिमों ने आगरा अलीगढ राजमार्ग स्थित दरगाह पर पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया। ठीक आठ बजे आगरा अलीगढ रोड स्थित ईदगाह में नमाज इमाम मुबारकअली ने अदा कराई।
जुमेरात के दिन मौलाना ने ईदगाह पर तकरीर करते हुए कहा कि अल्लाह का शुक्र है, कि ईद का त्यौहार समाज में एक दूसरे के साथ खुशियां बांटने के साथ एकता और अखंडता का पैगाम देता है। उन्होंने कहा कि सारे मुसलमानों को अच्छा इंसान बनकर जीना चाहिए। अच्छा इंसान वह होता है, जिसका रिश्ता अपने मालिक के साथ अच्छा हो और बड़ों की इज्जत और छोटों पर रहम करने वाला हो। सारे इंसान खाली बर्तन की तरह है, बर्तन की कीमत उसमें रखे सामान से लगाई जाती है। सामान कीमती रखा है, तो बर्तन की कीमत बढ़ जाती है। सामान गंदा है, तो उसको कोई छूना भी पसंद नहीं करता। नमाज के बाद इमाम साहब ने मुल्क और इंसानी कौम की तरक्की के लिए दुआ की। ईद की नमाज के लिए दूर दराज ग्रामीण क्षेत्रों से भारी संख्या में मुस्लिम पहुंचे और नमाज अदाकर मुल्क और कौम की सलामती के लिए दुआ की। इस दौरान इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से एसडीएम विपिन कुमार शिवहरे, तहसीलदार नीरज वाष्र्णेय, नायब तहसीलदार लियाकत अली चेयरमैन राजीव वाष्र्णेय, प्रभारी निरीक्षक केशवदत्त शर्मा, क्राइम प्रभारी जोगिंदर सिंह, कस्बा इंचार्ज ओपी यादव, मयदलबल के मौजूद थे। वहीं कस्बा के तमाम लोगों ने भी ईद के बाद मुस्लिमांे से गले मिलकर एक दूसरे को मुबारकबाद दी।