सर्वोच्च न्यायालय ने दिल्ली में ग्रीन पटाखे चलाने की अनुमति दे दी है। यह अनुमति केवल 18 से 21 अक्टूबर के बीच सुबह छह से सात बजे के एक घंटे और शाम को आठ से दस बजे के बीच दो घंटे के लिए दी गई है। दिल्ली में पटाखे चलाने की अनुमति मिलने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सर्वोच्च न्यायालय को धन्यवाद दिया है। लेकिन क्या पटाखे चलाने के मामले पर राजनीति लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ गई है?
दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध लगाने की शुरुआत 2015 में तीन बच्चों की सर्वोच्च न्यायालय में दाखिल की गई एक याचिका से हुई थी। बच्चों ने पटाखों के कारण अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीर चिंता जताई थी। इसके बाद लगातार सर्वोच्च न्यायालय में पटाखों पर प्रतिबंध को लेकर सुनवाई चलती रही और अंततः 2018 में पटाखों पर आंशिक प्रतिबंध लगा। अदालत ने केवल हरित पटाखे चलाने की अनुमति दी।