उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में तीन किशोरों की डूबने से माैत हो गई। एक दिन पहले यानी गुरुवार की शाम वे सब कोचिंग के लिए निकले थे। नहीं लाैटने पर परिजनों ने अनहोनी की आशंका जताई थी। दूसरे दिन शुक्रवार को लाशें मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
घर से कोचिंग पढ़ने गए तीन किशोरों की गंगा में डूबने की आशंका सच साबित हुई। शुक्रवार की सुबह तीनों का नदी में उतराया हुआ शव मिला तो कोहराम मच गया। घटना की खबर लगते ही परिजन भी बिलखते हुए माैके पर पहुंच गए। पुलिस ने मशक्कत के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
इस दर्दनाक घटना से तीनों परिवार के सदस्यों का रोते-रोते बुरा हाल रहा। सूचना पर तहसीलदार मनोज राय, नायब तहसीलदार, थानाध्यक्ष हरिशंकर सिंह दलबल के साथ मौके पहुंच गए।
जानकारी के अनुसार, जगदीशपुर गांव के सामने घाट पर गुरुवार की शाम तीन साइकिल और कपड़ा देखकर ग्रामीणों ने नदी में किसी के डूबने की आशंका जताई थी। इसकी खबर लगते ही भारी संख्या में भीड़ जुट गई। साइकिल, किताब और कपड़ों से तीनों किशोरों की शिनाख्त संदीप कुमार (15) पुत्र योगेंद्र, विनय गोंड (17) पुत्र राजन, निवासी सावन छपरा और वसीम (18) पुत्र रसीद मियां, निवासी वचन छपरा के रूप में हुई।
जब परिजनों ने पोस्मार्टम से किया इनकार
नदी में डूबे तीनों किशोरों के परिजनों का रोते-रोते बुरा हाल है। परिजनों ने शव को पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। लेकिन मौके पर मौजूद तहसीलदार मनोज राय और नायब तहसीलदार रजनीश सिंह ने परिजनों को समझाकर शवों के पोस्टमार्टम को राजी किया।
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