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Sensex Closing Bell: शेयर बाजार में लौटी हरियाली; सेसेक्स 321 अंक चढ़ा, निफ्टी 24800 के पार पहुंचा

Sensex Closing Bell: हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन सेंसेक्स 320.70 अंक चढ़कर 81,633.02 पर जबकि निफ्टी 81.15 अंक बढ़कर 24,833.60 पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे गिरकर 85.50 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुआ। आइए जानते हैं, बाजार का हाल।

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घरेलू शेयर बाजार में गुरुवार को हरियाली लौट आई। उतार-चढ़ाव भरे सत्र के बाद प्रमुख बेंचमार्क सूचकांक हरे निशान पर बंद होने में सफल रहे। हफ्ते के चौथे कारोबारी दिन सेंसेक्स 320.70 अंक चढ़कर 81,633.02 पर जबकि निफ्टी 81.15 अंक बढ़कर 24,833.60 पर बंद हुआ। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 12 पैसे गिरकर 85.50 (अनंतिम) के स्तर पर बंद हुआ।

बेंचमार्क शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में दो दिन की गिरावट के बाद गुरुवार को तेजी आई। ऐसा अमेरिकी अदालत की ओर से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के पारस्परिक टैरिफ को रोकने के फैसले के बाद वैश्विक बाजारों में बने सकारात्मक महौल के कारण संभव हुआ।

30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 320.70 अंक या 0.39 प्रतिशत चढ़कर 81,633.02 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 504.57 अंक या 0.62 प्रतिशत चढ़कर 81,816.89 अंक पर पहुंच गया। 50 शेयरों वाला एनएसई निफ्टी 81.15 अंक या 0.33 प्रतिशत बढ़कर 24,833.60 अंक पर पहुंच गया।

सेबी की कार्रवाई के बाद इंडसइंड बैंक के शेयरों में 2.41% की तेजी

सेंसेक्स की कंपनियों में इंडसइंड बैंक में 2.41 प्रतिशत की तेजी आई। बाजार नियामक सेबी ने बैंक के पूर्व सीईओ सुमंत कठपालिया और चार अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को बैंक के शेयरों में कथित अंदरूनी व्यापार के संबंध में प्रतिभूति बाजार में प्रवेश से रोक दिया था।

सन फार्मा, अडानी पोर्ट्स, इटरनल, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा और एक्सिस बैंक भी लाभ में रहे। बजाज फाइनेंस, आईटीसी, बजाज फिनसर्व और एशियन पेंट्स पिछड़ने वालों में शामिल थे। निवेशकों ने अमेरिकी संघीय न्यायालय की ओर से राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आयात पर व्यापक पारस्परिक टैरिफ को रोकने के निर्णय सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।

अमेरिकी न्यायालय की ओर से ट्रम्प की पारस्परिक कर नीति को रद्द करने के बाद वैश्विक बाजार की धारणा में सुधार हुआ। हालांकि, तेल की बढ़ती कीमतों और अमेरिका में 10 साल के बॉन्ड की यील्ड बढ़ने के कारण घरेलू बाजार दिन के दौरान ज्यादातर सीमित दायरे में रहा। सत्र के अंत में कुछ सुधार देखा गया, जो एफएंडओ एक्सपायरी को देखते हुए हुए कवरिंग के कारण हुआ।

व्यापारिक तनाव कम होने से निर्यात केंद्रित क्षेत्रों का प्रदर्शन सुधरा

जियोजित इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “व्यापारिक तनाव कम होने की उम्मीद से आईटी और फार्मा जैसे निर्यात-केंद्रित क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।” एशियाई बाजारों में, दक्षिण कोरिया का कोस्पी, जापान का निक्केई 225 सूचकांक, शंघाई का एसएसई कम्पोजिट सूचकांक और हांगकांग का हैंगसेंग सकारात्मक दायरे में बंद हुए।

यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बुधवार को अमेरिकी बाजार गिरावट के साथ बंद हुए। एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 4,662.92 करोड़ रुपये मूल्य की इक्विटी खरीदी। साथ ही, रिजर्व बैंक ने कहा कि देश वित्त वर्ष 2026 में भी दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्रों के खराब प्रदर्शन के कारण अप्रैल 2025 में भारत की औद्योगिक उत्पादन वृद्धि धीमी होकर 2.7 प्रतिशत रह गई। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 1.42 प्रतिशत बढ़कर 65.82 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। बुधवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक 239.31 अंक या 0.29 प्रतिशत गिरकर 81,312.32 अंक पर बंद हुआ था। निफ्टी 73.75 अंक या 0.30 प्रतिशत गिरकर 24,752.45 अंक पर बंद हुआ।

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