UTTAR PARDESH: आगरा की 18 ऐसी जगह, जो जितनी मशहूर महिलाओं के लिए उतनी असुरक्षित.
ताजमहल का शहर आगरा, जहां हर रोज बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। यहां कई ऐसे स्थान हैं जो जितने मशहूर हैं, महिलाओं के लिए उतने ही असुरक्षित। आइये बताते हैं इनके बारे में…
आगरा पुलिस कमिश्नरेट की ओर से सोमवार को मिशन शक्ति के अंतर्गत वुमेन सेफ्टी सेल ने महिला सुरक्षा पर परिचर्चा का आयोजन किया। 2025 में सुरक्षा के लिए लक्ष्य तय किए गए। साइबर क्राइम, वुमेन सेफ्टी जोन, अवेयरनेस कैंपेन, पीड़ितों की मदद के मुद्दों पर चर्चा हुई।
एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि शहर में ऐसे कई क्षेत्र हैं, जहां छेड़छाड़ की अधिक शिकायतें मिलती हैं। इनमें वजीरपुरा, कमलानगर, आवास विकास कॉलोनी, बोदला, सदर बाजार सहित 18 क्षेत्र हैं। एसीपी ने महिलाओं से पूछा कि इन इलाकों में क्या कदम उठाए जाएं, जिनसे छेड़छाड़ की घटनाओं पर रोक लग सके।
चौराहों पर पैनिक बटन की तरह अलार्म बटन
शीला बहल ने 18 क्षेत्रों में टीम बनाने, नम्रता मिश्रा ने वॉर्डों में गोरिल्ला टीम बनाने का सुझाव दिया। एक सुझाव चौराहों पर पैनिक बटन की तरह अलार्म बटन लगाने का आया। सुझाव आए कि पुलिस की गश्त बढ़ा दी जाए।
शीला बहल ने 18 क्षेत्रों में टीम बनाने, नम्रता मिश्रा ने वॉर्डों में गोरिल्ला टीम बनाने का सुझाव दिया। एक सुझाव चौराहों पर पैनिक बटन की तरह अलार्म बटन लगाने का आया। सुझाव आए कि पुलिस की गश्त बढ़ा दी जाए।
इन मुद्दों पर भी हुई चर्चा
महिलाओं का कहना था कि घटना में महिला शारीरिक रूप से इतना नहीं टूटती, जितना मानसिक रूप से टूट जाती है। समाज, परिवार, दोस्तों के देखने का नजरिया बदल जाता है। ऐसे में जरूरत है कि पीड़ित महिलाओं या युवतियों को हौसला दिया जाए। अपनी बात रखने की हिम्मत दी जाए। साइबर क्राइम पर महिलाओं को जागरूक करने का सुझाव आया।
महिलाओं का कहना था कि घटना में महिला शारीरिक रूप से इतना नहीं टूटती, जितना मानसिक रूप से टूट जाती है। समाज, परिवार, दोस्तों के देखने का नजरिया बदल जाता है। ऐसे में जरूरत है कि पीड़ित महिलाओं या युवतियों को हौसला दिया जाए। अपनी बात रखने की हिम्मत दी जाए। साइबर क्राइम पर महिलाओं को जागरूक करने का सुझाव आया।