पुरी गोपबंधु आयुर्वेद कॉलेज के 75वें स्थापना दिवस समारोह में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, माननीय राज्यपाल श्री रघुबर दास और कई बड़े बड़े नेता सामिल हुए।
पुरी गोपबंधु आयुर्वेद कॉलेज के 75वें स्थापना दिवस समारोह में माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, माननीय राज्यपाल श्री रघुबर दास, माननीय केंद्रीय मंत्री प्रतापराव जाधव शामिल हुए। इस अवसर पर, ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री मोहन माझी जी ने कॉलेज के शिक्षकों, छात्रों और सभी को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दिए।
इस संस्था की स्थापना 1949 में भगवान की पवित्र धरती पर एक आयुर्वेदिक कॉलेज के रूप में की गई थी, जो आज देश में एक अनुकरणीय कॉलेज के रूप में ख्याति प्राप्त कर चुका है। यह आयुर्वेद की उच्च शिक्षा के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है।
09 नवंबर 2014 को आयुर्वेद को लोकप्रिय बनाने के लिए प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने विशेष रूप से आयुर्वेद मंत्रालय बनाया और भारतीय चिकित्सा परंपरा को एक नया रूप दिया। इसे जनोन्मुख बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 2016 से भगवान धन्वंतरि की जयंती या धनतेरस को ‘विश्व आयुर्वेद दिवस’ के रूप में मनाने का निर्णय लिया है।
वर्तमान में राज्य में 3 सरकारी आयुर्वेदिक कॉलेज और एक निजी आयुर्वेदिक कॉलेज कार्यरत हैं। राज्य में 520 टीयू आयुर्वेद अस्पतालों और 5 आयुर्वेद अस्पतालों में आयुर्वेद चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जाती हैं। इसके साथ ही आयुर्वेदिक अस्पतालों के प्रदर्शन में सुधार और बुनियादी ढांचे के विकास के लिए व्यापक कदम उठाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने अपनी अभिभासन मे कहा लोगों की सरकार गोपबंधु आयुर्वेद कॉलेज जैसे ओडिशा के विरासत कॉलेजों में व्यापक सुधार करने और इसे उत्कृष्ट संस्थान बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
मनोज कुमार त्रिपाठी
स्टेट हेड, ओडिशा
प्लानेट न्यूज़ इंडिया