Phagwara: शिवसेना नेता व बेटे पर हमले में देसी पिस्ताैल के साथ एक आरोपी गिरफ्तार, दूसरा पक्ष भी आया सामने

फगवाड़ा के गऊशाला बाज़ार में शिवसेना नेता इंद्रजीत करवल और उनके बेटे जिम्मी करवल पर हुए हमले ने शहर का माहौल तनावपूर्ण कर दिया। जानकारी के अनुसार कुछ लोगों ने दोनों को घेरकर फायरिंग की, जिसके बाद उन्हें गंभीर हालत में सिविल अस्पताल पहुंचाया गया।
एसपी माधवी शर्मा ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुंची और त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज किया गया। थाना सिटी पुलिस ने तनिष उर्फ भिंदा, सुनील सल्होत्रा तथा तीन अज्ञात युवकों के खिलाफ इरादा-ए-कत्ल, आर्म्स एक्ट सहित कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कन्नौज पुत्र नरेश कुमार को एक देसी पिस्तौल के साथ गिरफ्तार भी किया है। घटना के विरोध में हिंदू संगठनों ने धरना दिया था, जो डीआईजी नवीन सिंगला के आश्वासन के बाद समाप्त कर दिया गया और बाज़ार की दुकानें भी खुल गईं। संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि बचे हुए हमलावरों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो रविवार को श्री हनुमानगढ़ी मंदिर में आगे की रणनीति तय की जाएगी और आवश्यकता पड़ी तो शुगर मिल चौक पर हाईवे जाम भी किया जाएगा।
अब सामने आया दूसरा पक्ष
इस मामले में अब दूसरा पक्ष भी खुलकर सामने आया है। उनका कहना है कि पुलिस ने दबाव में आकर एकतरफा कार्रवाई की है। उनका दावा है कि सीसीटीवी फुटेज में पहले जिम्मी करवल द्वारा हमला करते हुए देखा जा सकता है, जिसके बाद दोनों पक्षों में भिड़ंत हुई। इसलिए उन पर लगी धारा 307 हटाई जानी चाहिए।
दलित समाज ने भी बैठक कर एसपी माधवी शर्मा, एसएसपी गौरव यादव और अन्य अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की मांग की। उनका कहना है कि शहर में कुछ लोग जमानत पर बाहर घूमते हुए माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं, और समुदाय किसी भी तरह की गलत कार्रवाई बर्दाश्त नहीं करेगा।
