बिहार में जातीय हिंसा का लंबा इतिहास रहा है। इसके चलते राज्य में कई नरसंहार हुए। डालेचक-बघौरा, बाड़ा, सेनारी से लेकर बेलछी, बथानी टोला, लक्ष्मणपुर बाथे जैसे नरसंहार शामिल हैं। ‘बिहार के महाकांड’ सीरीज के पांचवें भाग में आज हम आपको ऐसे ही एक नरसंहार के बारे में बताएंगे। इस नरसंहार को बदला नहीं, बल्कि ‘बदले का बदला’ कहा जाता है। वजह है कि यह हत्याकांड डालेचक-बघौरा के जवाब में किए गए बथानी टोला, लक्ष्मणपुर बाथे नरसंहार का पलटवार था।
आइये जानते हैं सेनारी नरसंहार के बारे में, जिसमें बथानी टोला और लक्ष्मणपुर बाथे में हुए हत्याकांड की तरह दो बातें समान थीं। पहली- तीनों में ही लोगों की हत्या हुई थी। दूसरी- तीनों ही नरसंहार को अंजाम किसी ने नहीं दिया। यानी अदालत ने सभी आरोपियों को बरी कर दिया।