बालेश्वर जिला कलेक्टर को समाजसेवी मुकेश ने मांग पत्र दिए जलेश्वरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विभिन्न वार्ड खोलने के लिए
बालेश्वर जिला कलेक्टर को समाजसेवी मुकेश ने मांग पत्र दिए जलेश्वरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में विभिन्न वार्ड खोलने के लिए
बालेश्वर जिले के भोगराई प्रखंड में स्थित जलेश्वरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अस्पताल में उन्नत बुनियादी सुविधाएं हैं, लेकिन अच्छे डॉक्टरों और मेडिसिन, ईएनटी और शिशु रोग जैसे बहुत महत्वपूर्ण वार्ड (विभाग) की कमी के कारण मरीजों को अपना बहुत समय, प्रयास और पैसा खर्च कर 100 किलोमीटर बालेश्वर और 300 किलोमीटर कटक और भुवनेश्वर जाना पड़ता है। कई मामलों में मरीजों की सड़क पर ही मौत हो जाती है। बार-बार मांग के बावजूद अस्पताल में डॉक्टरों की नियुक्ति नहीं की जा रही है और न ही आपातकालीन विभाग खोले जा रहे हैं।
भोगराई प्रखंड के मुख्य अस्पताल जलेश्वरपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 14 डॉक्टरों की नियुक्ति का सरकारी नियम होने के बावजूद यहां मात्र 7 डॉक्टर ही मरीजों को सेवा दे रहे हैं। प्रसूति एवं स्त्री रोग को छोड़कर अन्य विभागों में कोई विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं हैं। इसके अलावा मेडिसिन, ईएनटी और स्त्री रोग में विशेषज्ञ डॉक्टर नहीं होने से मरीजों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
बाल रोग विभाग। मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। इसलिए उन्हें सौ किलोमीटर दूर बालासोर जाने के बजाय कटक या भुवनेश्वर जाना पड़ता है, जो तीन सौ किलोमीटर दूर है, जो एक गरीब व्यक्ति के लिए बहुत मुश्किल है। स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र में नियुक्त डॉक्टर अस्पतालों के बजाय निजी क्लीनिकों में मरीजों की सेवा कर रहे हैं। भोगराई के निवासियों को पहले से ही पता है कि 3.5 लाख की आबादी वाले भोगराई ब्लॉक में मरीज की देखभाल के लिए केवल 7 डॉक्टर होना आम लोगों के साथ मजाक है।
इसलिए, अगर जल्द ही जलेश्वरपुर सीएचसी में मेडिसिन, ईएनटी और बाल रोग विभाग खोले जाएं और मरीजों की देखभाल के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की जाए तो भोगराई के मरीजों को फायदा हो सकता है। सुनाधरबासन गांव के एक सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश दलाई ने भोगराई के निवासियों की ओर से बालेश्वर के जिला कलेक्टर को एक लिखित मांग पत्र सौंपा है।
मनोज कुमार त्रिपाठी
स्टेट हेड, ओडिशा
प्लानेट न्यूज़ इंडिया